रक्षा का बंधन:- भाई के लिए किस रंग की राखी

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रक्षा बंधन का त्योहार 20 अगस्त, को है। बाजार में अभी से इस पर्व की रौनक देखी जा सकती है। भाई अपनी बहनों के लिए तोहफे ले रहे हैं वहीं बहनें अपने भाइयों की कलाई पर बांधने के लिए सुंदर राखियां पसंद कर रही हैं।

रक्षा बंधन पर ध्यान रखें
भाई-बहन के रिश्ते को और भी बेहतर बनाया जा सकता है। रक्षा सूत्र बांधने से पूर्व अपने इष्ट देव का स्मरण अवश्य करें।
कच्चा धागा बहन अपने भाई की कलाई पर बांधती है और यही कच्चा धागा जीवनभर के संबंध को पक्का कर देता है। बहन जन्मतिथि के अनुसार राखी का चयन करें और भाई के लिए सौभाग्य लाता है।
हमारे देश में पर्वों के वर्ण भी तय किए गए हैं। वर्ण व्यवस्था के संदर्भ में न होकर त्योहारों की प्रकृति से जुड़ा है। रक्षाबंधन के संदर्भ में इसका संकेत यह है कि इसी दिन ब्राह्मण अपने जनेऊ बदलते हैं और तीर्थ स्थानों पर जाकर श्रावणी कर्मकांड करते हैं। इस तरह रक्षाबंधन का त्योहार वेद की आराधना, वैदिक कर्मकांड से भी जुड़ा हुआ है। श्रावण में वर्षा से चारों ओर हरियाली, प्रकृति सौंदर्य के चरम पर होती है। रक्षाबंधन का महापर्व ज्ञान, परंपरा, प्रकृति और प्रेम का पर्व बनकर अपने संदेशों से समाज में प्रसार करता है।

यदि राखी के रंग का चयन जन्मतिथि के अनुसार किया जाए तो जातक के जीवन में अधिक खुशी और श्रेष्ठता लाती है। रक्षाबंधन की पौराणिक मान्यता भी है। पहला रक्षा सूत्र इंद्राणी ने अपने पति इंद्र को बांधा था। तभी से रक्षासूत्र के माध्यम से मंगल की कामना का पर्व प्रारंभ हुआ। आगे चलकर भाई-बहनों के रिश्ते के संदर्भ में प्रचलित हो गया।