धनलाभ के लिए शिव मंत्र

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  • सामान्य तौर पर उत्तर या पूर्व दिशा में मुंह रखना किसी भी मंत्र जप के लिए शुभ है। 
  • पूर्व दिशा की ओर मुंह कर मंत्र जप से वशीकरण सिद्ध होता है। 
  • पश्चिम दिशा की ओर मुंह कर मंत्र जप धन, वैभव व ऐश्वर्य कामना को पूरी करता है।
  • उत्तर दिशा की ओर मुख कर मंत्र जप से सुख-शांति मिलती है
  • दक्षिण दिशा में मुंह कर मंत्र जप मारण सिद्धी देता है। 
  • उत्तर-पश्चिम यानी वायव्य दिशा की ओर मुख कर जप शत्रु व विरोधियों का नाश करता है। 
  • उत्तर-पूर्व यानी ईशान दिशा में मुंह कर मंत्र जप से ज्ञान प्राप्त होता है। 
  • दक्षिण-पूर्व यानी आग्रेय दिशा में मुख कर मंत्र जप आकर्षण व सौंदर्य कामना को पूरा करता है।
  • दक्षिण-पश्चिम यानी नैऋत्य दिशा में मुख कर मंत्र जप पवित्र विचार व दर्शन की कामना को पूरा करता है।